प्रेम-भक्ति
एक शिष्य जब भी किसी मंत्र का जाप करने बैठता तो जप- संख्या को दीवार पर लिखता जाता| किसी दिन वह लाख तक की संख्या छू लेता तो किसी दिन हजारों तक ही सीमित रह जाता| उसके गुरु उसका यह कर्म नित्य देखते और मुस्कुरा देते| एक दिन वे उसे पास के नगर में भिक्षा …